Monkeypox: अमेरिका से यूरोपीय देशों तक मंकीपॉक्स बना परेशानी का सबब, पढ़िए 5 बड़ी बातें

https://ift.tt/hzg8Sob <p style="text-align: justify;"><strong>Monkeypox Declared Global Health Emergency:</strong> दुनियाभर के ज्यादातर देशों में बीते दो सालों में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण ने हाहाकार मचा रखा है. इस वायरस से अभी भी कई देश उबरने की कोशिश कर रहे हैं. इस बीच मंकीपॉक्स (Monkeypox) के बढ़ते मामलों ने दुनियाभर में और चिंता बढ़ा दी है. मंकीपॉक्स के मामले बीते दिनों बड़ी ही तेजी से बढ़ रहे हैं.</p> <p style="text-align: justify;">विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) ने कोरोना के बाद मंकीपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल (Global Health Emergency) घोषित किया है. साथ ही WHO ने मंकीपॉक्स को लेकर हाई अलर्ट (High Alert) भी जारी किया है. इसका मतलब है कि WHO अब मंकीपॉक्स के प्रकोप को वैश्विक स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरे के तौर पर देख रहा है. आइए मंकीपॉक्स को लेकर जानते हैं 5 बड़ी बातें.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में आया पहला मामला</strong></p> <p style="text-align: justify;">मंकीपॉक्स दुनिया में सबसे पहले अफ्रीकी देश में नजर आया था. मंकीपॉक्स के संक्रमण का पहला मामला डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में एक नौ साल के बच्चे में देखा गया था. जिसके बाद मंकीपॉक्स अफ्रीका के तकरीबन 11 देशों में पाया गया.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>2003 में पहली बार अफ्रीकी देश से बाहर पहुंचा मंकीपॉक्स</strong></p> <p style="text-align: justify;">इसके बाद साल 2003 में मंकीपॉक्स अफ्रीका के बाहर किसी दूसरे देश में दिखाई दिया. अफ्रीका के बाहर मंकीपॉक्स को सबसे पहले अमेरिका में पाया गया. फिलहाल यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) अभी तक कुल 87 मामलों की पुष्टी कर चुका है. राहत की बात यह है कि अभी तक किसी भी संक्रमित की अमेरिका में मौत नहीं हुई है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>अबतक 73 देशों में फैला संक्रमण</strong></p> <p style="text-align: justify;">एक रिपोर्ट के मुताबिक मंकीपॉक्स ने अभी तक कुल 73 देशों के सोलह हजार से ज्यादा लोगों को संक्रमित किया है, जिसमें भारत भी शामिल हो गया है. फिलहाल इन दिनों मंकीपॉक्स ने सबसे ज्यादा चिंता ब्रिटेन, कनाडा, स्पेन, पुर्तगाल और अमेरिका जैसे देशों की बढ़ा रखी है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>WHO ने माना गंभीर खतरा&nbsp;</strong><br />&nbsp;<br />WHO की रिपोर्ट के अनुसार ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, पुर्तगाल, स्पेन और स्वीडन समेत दुनिया भर के कई देश मंकीपॉक्स की गिरफ्त में आ गए हैं. फिलहाल इसे लेकर अब डब्ल्यूएचओ काफी सतर्कता बरत रहा है. यहीं कारण है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा माना है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>अमेरिका के सीडीसी ने रखा मंकीपॉक्स नाम</strong></p> <p style="text-align: justify;">मंकीपॉक्स (Monkeypox) के संक्रमण के कारण शरीर की मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, कंपकंपी, थकावट, सिरदर्द और बुखार जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. इसके बाद पूरे शरीर में खसरा या फिर चेचक की तरह दाने दिखाई देने लगते हैं. यह रोग संक्रमित जानवर या फिर इंसान के संपर्क में आने से फैलता है जिसे सबसे पहले बंदरों में पाया गया था. ऐसे में यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Center for Disease Control) ने इसका नाम मंकीपॉक्स रखा था.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>इसे भी पढ़ेंः</strong><br /><a href="https://ift.tt/clSG37r Alert Over Monkeypox: WHO ने मंकीपॉक्स को Global Health Emergency घोषित किया, कहा- ये दुनिया के लिए बड़ा खतरा</strong></a></p> <p style="text-align: justify;"><a href="https://ift.tt/v2DWe0U Kovind Farewell: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कैसा रहा कार्यकाल, एक क्लिक में जानिए सबकुछ</strong></a></p> from world

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